Letter in hindi to ill mother
Answers
पूज्य पिता जी,
सादर चरण-वन्दन।
आपके पहले पत्र से विदित हुआ था कि आप ऑफिस के कार्य से दो दिन के लिए बाहर गए हुए थे। आशा है कि अब आप अपने कार्य को पूर्ण कर वापिस आ गए होंगे। यहां के समाचारों के सम्बन्ध में पहली बात यह है कि रीटा अपनी मासिक परीक्षा में गणित में बहुत अच्छे अंक प्राप्त करने में सफल हुई है। माता जी के सम्बन्ध में आपको सूचित कर रहा हूं, कि लगभग पिछले पांच दिनों से वे अस्वस्थ हैं। यद्यपि बीमारी कोई विशेष नहीं है और साधारण ज्वर से वे पीड़ित हैं परन्तु अभी तक वे पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं हुई है। एक ओर कमजोरी है तथा दूसरी ओर अभी भोजन भी नहीं लेती हैं। पहले हमने डॉ. कुमार का इलाज करवाया लेकिन उनसे लाभ न होने पर दूसरे ही दिन डॉ. मिसेज गुप्ता से इलाज आरम्भ करवा दिया था। वे स्वयं घर आकर और भली भांति देखकर गई है तथा उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे शीघ्र ही ठीक हो जायेंगी। उनकी दवाई से माता जी को कुछ लाभ भी पहुंचा है। आप चिंतित कतई न हों। शीघ्र ही मैं आपको पत्र भेजूंगा। माता जी तथा रीटा आपको प्रणाम कहती है। शेष सब ठीक है। पत्र शीघ्र भेजें।
आपका प्रिय पुत्र
गणेश।
Answer:
पूज्य पिता जी,
सादर चरण-वन्दन।
आपके पहले पत्र से विदित हुआ था कि आप ऑफिस के कार्य से दो दिन के लिए बाहर गए हुए थे। आशा है कि अब आप अपने कार्य को पूर्ण कर वापिस आ गए होंगे। यहां के समाचारों के सम्बन्ध में पहली बात यह है कि रीटा अपनी मासिक परीक्षा में गणित में बहुत अच्छे अंक प्राप्त करने में सफल हुई है। माता जी के सम्बन्ध में आपको सूचित कर रहा हूं, कि लगभग पिछले पांच दिनों से वे अस्वस्थ हैं। यद्यपि बीमारी कोई विशेष नहीं है और साधारण ज्वर से वे पीड़ित हैं परन्तु अभी तक वे पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं हुई है। एक ओर कमजोरी है तथा दूसरी ओर अभी भोजन भी नहीं लेती हैं। पहले हमने डॉ. कुमार का इलाज करवाया लेकिन उनसे लाभ न होने पर दूसरे ही दिन डॉ. मिसेज गुप्ता से इलाज आरम्भ करवा दिया था। वे स्वयं घर आकर और भली भांति देखकर गई है तथा उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे शीघ्र ही ठीक हो जायेंगी। उनकी दवाई से माता जी को कुछ लाभ भी पहुंचा है। आप चिंतित कतई न हों। शीघ्र ही मैं आपको पत्र भेजूंगा। माता जी तथा रीटा आपको प्रणाम कहती है। शेष सब ठीक है। पत्र शीघ्र भेजें।
आपका प्रिय पुत्र
अदिति