light ke andar Jo taar hota hai vo garam kyu hota h?
Answers
Answer:
एक इंट्रेस्टिंग चीज़ और है. आपने देखा होगा कि हाई वोल्टेज के मोटे-मोटे तारों में भी ढेर सारे तार रस्सी या स्प्रिंग की तरह मुड़ते हुए आगे बढ़ते हैं. ढेर सारे तार क्यूं होते हैं ये तो अब आप जान गए – स्किन इफ़ेक्ट के चलते, लेकिन ये स्प्रिंग या रस्सी की सर्पाकार तरह एक दूसरे से घूमते हुए क्यूं चलते हैं सीधे सीधे क्यूं नहीं?
इसका उत्तर है ‘चुंबकीय क्षेत्र’.
देखिए जब एसी बहती है तो उसके चारों ओर मैग्नेटिक फील्ड का गोल घेरा बन जाता है. और इस मैग्नेटिक फील्ड की दिशा करेंट की दिशा पर निर्भर है. यदि एसी की एक तार आपकी नाक की सीध में आगे की तरफ जा रही है तो उसके चारों ओर एक चुंबकीय क्षेत्र ‘क्लॉक-वाइज़’ यानी घड़ी की दिशा में बनेगा.
अब घर में आने वाली बिजली में तो इस मैग्नेटिक फील्ड से कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ता (फिर भी आप देखेंगे तो लाल और हरे तार एक दूसरे से सर्पाकार तरीके से लिपटे रहते हैं) लेकिन हाई वोल्टेज में इस चुंबकीय क्षेत्र के चलते आवाज़ से लेकर गर्मी और करेंट में हानि तक कई नुकसान हो सकते हैं.
Explanation:
have a nice day ✌️
Explanation: