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18 मरूद्भिद पौधों में पाए जाने वाले आकारकीय अनुकूलन को लिखिए । (कोई 6)
Write morphological adaptation in Xerophytes plants. (any 6)
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Explanation:
1. जलोद्भिद (Hydrophytes) - वे पौधे जो जल की अधिकता या जलीय आवासों में पाए जाते हैं।
2. समोद्भिद (Mesophytes) - ऐसे पादप जो उन आवासों में उगते हैं जहाँ जल की सामान्य मात्रा उपलब्ध होती है।
3. मरूद्भिद (Xerophytes) - अत्यधिक शुष्क व मरुस्थलीय आवासों में पाए जाने वाले पादम इनमें जलाभाव को सहन करने की क्षमता होती है।
मरूद्भिद पादप
शुष्क परिस्थितियों में उगने वाले पादपों को मरूद्भिद पादप कहते हैं। जीरोफाइट (Xerophytes) शब्द दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना है ‘Xeric’ का अर्थ है शुष्क तथा ‘Phytus’ का अर्थ है आवास। जीवन-चक्र की अवधि, आकारकीय एवं कार्यिकी अनुकूलन के आधार पर मरूद्भिद पादपों को वैज्ञानिकों ने तीन श्रेणियों में विभेदित किया है।
अल्पकालिक पादप
इस प्रकार के पौधे, जलाभाव या शुष्कता की परिस्थितियों को टालने वाले या जलाभाव से दूर रहने वाले (drought escaping) होते हैं। इस प्रकार के पादप शुष्क मरुस्थलीय क्षेत्रों में बहुतायत से पाए जाते हैं। जलाभाव की परिस्थितियों से स्वयं को दूर रखने के लिये इनका जीवन-चक्र बहुत छोटा या अल्पकालिक अर्थात केवल कुछ सप्ताहों से लेकर कुछ महीनों में ही पूरा हो जाता है। ऐसे पौधे वर्षा ऋतु में बरसात के होते ही अपने बीजों द्वारा अंकुरित हो जाते हैं एवं शीघ्र वृद्धि, पुष्पन एवं निषेचन के द्वारा बीज उत्पन्न कर जलाभाव की स्थिति आने से पहले ही मृत हो जाते हैं। ये अल्पकालिक मरूद्भिद प्रायः छोटे आकार के शाकीय पौधे होते हैं, जैसे- मोल्यूगो सरवियाना (Mollugo cerviana), केसिया टोरा (Cassia tora), सोलेनम जेन्थोकार्पम (Solanum xanthocarpum)।