Line by line meaning in Hindi
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Answers
Answer:
1st stanza -
प्रस्तुत पंक्तियों में कवि रोबर्ट फ्रॉस्ट अपनी एक यात्रा का वर्णन करते हैं जिसमे वे किसी घने जंगल के मध्य से होकर गुजरते हैं। जंगल में अधिकांश पेड़ो के पत्ते पिले पड़ चुके हैं जिकी वजह से जंगल पीले रंग का दिखाई दे रहा है। कवि इस घने जंगल में आगे बढ़ता चला जाता है। और एक वक्त ऐसा आता है की जब रास्ता दो भागो में बट जाता है। दोनों ही रास्ते घने जंगली झाड़ियों से घिरा हुआ दिखाई देता है। और ये निर्णय करना लेखक के लिए बहुत ही कठिन हो जाता है की वह कौन सा रास्ता चुने और कौन सा नहीं। क्यूनि वह केवल एक ही रास्ते में चल सकता थे। इसीलिए यह लेखक के लिए दुविधा की घड़ी थी। क्युकी लेखक को दोनों ही रास्ते एक जैसे लग रहे थे।
2nd stanza -
दोहरे पर खड़े होकर कवि दोनों ही रास्ते को भली भाँती देखता है और यह निर्णय करते है की वह दूसरे रास्ते से जायेगा। और वह रास्ता कवि को अपने लिए सही लग रहा है क्युकि उस रास्ते में अभी भी लम्बे लम्बे घाँसे हरी भरी घांस उगे हुए थे अर्थात उस रास्ते से अभी तक कोई गुजरा नहीं था। जबकि दूसरा रास्ता पूरा बंजर दिखाई पड़ रहा था अर्थात उस रास्ते से पहले यात्री गुजर चुके थे। और जब यात्री इस रास्ते से गुजरे थे तो उनके पैरों से घाँसे दब चुकी थी और इसी वजह से वह रास्ता बंजर दिखाई पड़ रहा था। इसीलिए कवि को दूसरा रास्ता खुद के लिए बेहतर विकल्प जान पड़ा क्युकी अभी तक उस रास्ते से कोई भी यात्री गुजरा नहीं था।
3rd stanza -
कवि दोहरे में खड़ा होकर यह सोच ही रहा होता है की कौन से रास्ते में जाना है और कौन से रास्ते में नहीं की तभी फिर कवि इस परिणाम में पहुँचता है की आज के दिन वह अकेला ऐसा यात्री है जो जंगल में इतनी दूर तक पहुँच पाया है की दोनों ही रास्तों में ऐसे कोई पैरों के ताजा निसान अर्थात पत्तों के कुचले जाने के निशान दिखाई नहीं दे रहे हैं।
और फिर कवि दूसरे रास्ते में जाने का फैसला करते हुए यह सोचता है की वह पहले रास्ते से फिर कभी चला जाएगा। जबकि उसे भली भाँती यह पता है की वह इस जंगल में दुबारा आएगा यह नहीं उन्हें खुद नहीं पता। और फिर कवि को यह भी ज्ञात है की जंगल के रास्ते किसी भूल भुलैया की तरह होते हैं कौन से रास्ता कहाँ मिलेगा किसी को नहो पता। या फिर दोनों रास्ते आगे जाकर मिले हो ये भी नहीं पता। अर्थात एक बार कोई रास्ता चुन लेने पर आप दुबारा उस जगह पहुँच पाएंगे या नहीं ये कोई नहीं जानता।
4th stanza -
प्रस्तुत पंक्तियों में कवि हमें अपने द्वारा लिए गए निर्णय का उनके भविष्य में पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बता रहे हैं। वह कहते हैं की उनके द्वारा दूसरे रास्ते में चलने का निर्णय बिलकुल भी आसान नहीं था बल्कि वह बहुत ही कठिन था। और अब भविष्य में जब भी वे इस घटना को याद करेंगे तो उनका मन उत्तेजना तथा चिंता से भर जायेगा क्युकी उनके पास यह विकल्प था की वे साधारण रास्ते से जा सकते थे फिर भी उन्होंने ऐसा रास्ता चुना जहाँ उन्हें पता नहीं था की क्या होने वाला है। और इसीलिए इस निर्णय ने उनके सोचने का तरीका बदल दिया। और अब उन्होंने अपने जीवन से भी साधारण मार्ग को हटा दिया है। अंततः कवि कहना चाहते हैं की इस निर्णय ने उनके जीवन पर अच्छा प्रभाव ही डाला है।
ladke ko parshan kyo kar raha ha
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