lion and the dear in Hindi story
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एक घने जंगल में एक हिरण रहता था. वो बहुत ही चंचल था. वह रोज़ ही एक पहाड़ी पर जाता था, खाने की खोज में. एक दिन पहाड़ी पर से हिरण का पैर फिसल जाता है. पर वो भगवान का शुक्रिया अदा करता है क्योंकि वह घास पर गिरा था. और उसे कोई चोट नहीं लगी थी.
लेकिन उसके गिरने की आवाज़ सुनकर, पहाड़ी के नीचे वाली गुफा में सोये शेर की नींद खुल गई. हिरण अपने से कुछ ही दूर शेर को खड़ा देखकर घबरा जाता है. और तुरंत भागने लगता है.
क्योंकि अगर वह भागा नहीं, तो कुछ ही क्षणों में वह शेर का भोजन बन जाएगा. कुछ देर में शेर, हिरण को पकड़ने, उसके पीछे भागना शुरू करता है. हिरण तेज़ दौड़ता है, लेकिन शेर उससे भी तेज़ दौड़ता है.
कुछ देर तक ये सिलसिला चलता है फिर दोनों थकने लगते हैं. हिरण को अपनी मौत के खयाल आने लगते हैं. वो हार मानने का निश्चय कर चुका होता है पर तभी वो सोचता है,(हांफते हुए ) “बस कुछ देर और भाग लेता हूँ, जान बच जाएगी “
वो करीब 10 सेकंड, पूरी ताकत लगा कर भागता है. उस समय तक शेर थक चुका होता है और रुक जाता है. इस तरह हिरण की जान बच जाती है. वो जीत जाता है. हिरण फिर से खुश है.
इस कहानी से ये सीख मिलती है की जीतने वाले और हारने वाले में केवल थोड़ा सा फर्क होता है. दोनों ही बहुत मेहनत करते हैं लेकिन जीतने वाला थोड़ी ज़्यादा मेहनत करता है. तो जब आपको लगे की आप हारने वाले हो, थोड़ी सी मेहनत और कर लो. हो सकता है जीत बस दो कदम दूर हो.
आज की कहानी में हमने ये देखा की विजेता और पराजित में क्या फर्क है. ऐसी और मनोरंजक कहानियों के लिए बने रहिये हमारे साथ, फिर मिलते हैं.