Hindi, asked by swetatiwary654, 8 hours ago

लक्ष्मी बाई साहसी और दृढनिश्चय थी ,कैसे​

Answers

Answered by ghulesunita266
1

झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, महाराजा गंगाधर राव की पत्नी के रूप में 1843 से 1853 तक झांसी की मराठा रियासत की महारानी पत्नी थीं। वह 1857 के भारतीय विद्रोह की प्रमुख हस्तियों में से एक थीं और भारतीय राष्ट्रवादियों के लिए ब्रिटिश राज के प्रतिरोध का प्रतीक बन गईं। विकिपीडिया

जन्म: १९ नवंबर १८२८, वाराणसी

मृत्यु: 18 जून 1858, ग्वालियर

पूरा नाम: मणिकर्णिका तांबे

जीवनसाथी: राजा गंगाधर राव नेवालकर (एम। 1842-1853)

बच्चे: झांसी के दामोदर राव, आनंद राव

माता-पिता: मोरोपंत तांबे, भागीरथी सप्रे

पोता: लक्ष्मण राव झांसीवाले

Thanks for asking the question..

Answered by ajitdhanshri1234
0

Answer:

Explanation:

रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम छबीली था। वह इकलौती संतान थी। कानपुर के नाना की वह मुँहबोली बहन थी। लक्ष्मीबाई को मनु के नाम से भी जाना जाता था। उनको बचपन से ही हथियार चलाने का शौक था। शिवाजी की गाथाएँ। लक्ष्मीबाई को जुबानी याद थी। नकली युद्ध करना, व्यूह की रचना करना, किले तोड़ना और शिकार खेलना लक्ष्मीबाई के प्रिय खेल थे। भवानी उनके कुल की देवी थी। झाँसी के राजा गंगाधर राव के साथ लक्ष्मीबाई का विवाह हुआ था। विवाह के थोड़े दिन बाद रानी लक्ष्मीबाई के पति की मृत्यु हो गई। इसके बाद अंग्रेजी शासकों ने झाँसी पर अपना अधिकार करने का प्रयास किया।  

उनका नाम इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गया। उनका बचपन हमारे बचपन से इस मायने में अलग थी कि वह हमारे समान सामान्य खेल-कूदों में वह नहीं उलझी रहती थी। बचपन में बरछी, ढाल, कृपाण जैसे हथियार ही उनकी सहेली थे। शिवाजी की वीरता की कहानी याद थी। इसके विपरीत हमारे बचपन में हथियार नाम की कोई चीज नहीं है। हम वीडियो गेम्स, कंप्यूटर, बिजली वाले खिलौने से खेलते हैं। राष्ट्रीय गीत भी हमें याद है।

वीरता, साहस, हिम्मत, ताकत, युद्ध कौशल, घुड़सवारी तलवारबाज़ी-ये सभी मर्दो वाले गुण उनमें विद्यमान थे। रानी लक्ष्मीबाई ने वीर सेनापतियों की तरह अंग्रेजों से युद्ध किया और झाँसी की रक्षा करती रही।  

Similar questions