Hindi, asked by ragnimahra939, 4 months ago

लक्ष्मी थी कविता में मारी के प्रति व्यक्त विचारों का वर्णन कीजिए​

Answers

Answered by pinki12
1

Answer:

Explanation:

इस कविता में मारी किसान की पुत्रवधू का नाम है. किसान अपनी पुत्रवधू को घर की लक्ष्मी के रूप में लाता है लेकिन अब वे उसे पति घातिन मानता है. इसका कारण यह है कि किसान संस्कृति में और हमारे समाज में पत्नी की मृत्यु से पूर्व यदि पति की मृत्यु हो जाती है तो उसे अच्छा नहीं माना जाता. पति की मृत्यु का कारण भी वह स्त्री को ही मानते हैं. यह हमारे समाज के संकीर्ण मानसिकता की ओर इशारा करता है. यही कारण है कि किसान अपनी पुत्रवधू को पति घातिन मानता है

जब कोतवाल उसकी पुत्रवधू को बुलाता है तो उसकी पुत्रवधू कुएं में कूदकर आत्महत्या कर लेती है. किसान अपनी पुत्रवधू की मृत्यु से उतना दुखी नहीं होता क्योंकि वह यह मानता है कि स्त्री तो पैर की जूती के समान है. एक गई तो दूसरी आ जाती है. परंतु वह अपने पुत्र की मृत्यु से बहुत दुखी है.

इस प्रकार किसान के माध्यम से कवि ने समाज में औरत की दयनीय दशा का चित्रण किया है कि आज भी समाज में स्त्री को उस सम्मान की नजर से नहीं देखा जाता जिसकी वह अधिकारी है.

Similar questions