लखनवी अंदाज के लेखक ने नवाब साहब के सामने बैठ आक क्यो चुरा ली
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Answer: जब पाठ लखनवी अंदाज में लेखक यशपाल ने सेकंड क्लास के डिब्बे में कदम रखा उस समय ट्रेन के डिब्बे में पहले से बैठे हुए नवाब साहब की आंखों में असंतोष दिखाई दिया अर्थात उन्होंने लेखक से संगति का उत्साह नहीं दिखाया किसी कारणवश लेखक ने दी नवाब साहब से आत्मसम्मान के कारण आंखें चुरा ली एवं संगति का उत्साह नहीं दिखाया।
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