ललद्यद जी की रचनाओं के संदर्भ में चर्चा करते हुए दो मित्रों के मध्य हुए संवाद को लिखिए ।
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ललद्यद जी की रचनाओं के संदर्भ में चर्चा करते हुए दो मित्रों के मध्य हुए संवाद :
मित्र 1 : मोहन तुम्हें ललद्यद जी की रचनाएँ कैसी लगती है |
मित्र 2 : मुझे तो बहुत अच्छी लगती है |
मित्र 1 : आज भी उन्हें उनकी भाषा शैली के लिए याद किया जाता है |
मित्र 2 : ललद्यद जी अपने वाखों के लिए प्रसिद्ध है |
मित्र 1 : ललद्यद जी ने धर्म , जाति , सम्प्रदाय , आदि भेद-भावों से उठकर ईश्वर की भक्ति करने के लिए प्रेरित किया है |
मित्र 2 : सही कह रहे हो , उन्होंने अपनी वाणी से ईश्वर की अमरता का गुणगान किया है |
मित्र 1 : ललद्यद जी ने हमेशा अपने काव्य में सरल भाषा का प्रयोग किया है |
मित्र 2 :ललद्यद जी धर्मिक आंडबर का विरोध किया है |
मित्र 1 :ललद्यद जी प्रेम को सबसे बड़ा जीवन का मूल्य मानती है |
मित्र 2 : मुझे ललद्यद की रचनाएँ पधान बहुत अच्छी लगती है |
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