LOCK DOWN '(लॉक डाउन)' कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा लिया गया
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कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए भारत सरकार ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित किया हुआ है, लेकिन बड़ा सवाल यह है क्या लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाएगा या स्थिति में ढील दी जाएगी.
द संडे एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्रियों का समूह लॉकडाउन हटाने के विकल्पों पर विचार विमर्श कर रहा है. ख़बर में कहा गया है कि इस समूह की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं.
अख़बार के मुताबिक, केंद्रीय मंत्रियों का समूह यह मान रहा है कि देश में लॉकडाउन की स्थिति को लंबे समय तक नहीं रखा जा सकता है.
भारत में 700 से ज़्यादा ज़िलों में 200 ज़िलों में कोरोना वायरस का संक्रमण पहुंच चुका है.
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कोरोना वायरस: 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन रहेगा या हटेगा?
अख़बार के मुताबिक 15 अप्रैल से रेल सेवा के बहाल होने पर अभी तक फ़ैसला नहीं लिया गया है लेकिन माना जा रहा है कि लॉकडाउन पर फ़ैसला लेने के लिए तैयार मंत्रियों के गठित समूह की सलाह के बाद इस पर फ़ैसला होगा.
भारत में युवाओं में सबसे ज़्यादा संक्रमण
कोरोना वायरस के बारे में पहले कहा जा रहा था कि इससे बुर्ज़ुगों को सबसे ज़्यादा ख़तरा है. लेकिन भारत में इसकी चपेट में युवा लोग ज़्यादा आ रहे हैं.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया अख़बार ने इस बारे में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. जिसके मुताबिक कहा गया है कि भारत में सबसे ज़्यादा यानी 41 प्रतिशत मरीज़ 21 से 40 साल के बीच के हैं.
Image copyrightGETTY IMAGESकोरोना वायरस
वहीं भारत के कुल मरीज़ों में 83 प्रतिशत मरीज़ 60 साल से कम उम्र के हैं.
गंगाराम अस्प्ताल के 108 मेडिकलकर्मी क्वारंटाइन में
अंग्रेजी दैनिक हिंदुस्तान टाइम्स की ख़बर के मुताबिक दिल्ली के गंगाराम अस्पताल के 108 मेडिकल स्टाफ़ को क्वारंटाइन में रहना पड़ रहा है. माना जा रहा है कि ये सभी स्टाफ़ अस्पताल में आए दो मरीज़ों के संपर्क में आए थे, जिन्हें बाद में कोरोना पॉज़िटिव पाया गया.
वहीं, टाइम्स ऑफ़ इंडिया की ख़बर के मुताबिक दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के पास अब सात से आठ हज़ार पर्सनल प्रोटेक्टिव एक्विपमेंट (पीपीई) किट्स बचे हैं, जो अगले तीन दिन तक ही काम आ सकते हैं. दिल्ली सरकार ने केंद्र से 50 हज़ार से पीपीई किट्स की मांग की है.