Hindi, asked by labiba64, 10 months ago

loktantra kai chunav par nibandh​

Answers

Answered by AgasthyaDas65
3

Answer:लोकतन्त्र को जनतन्त्र भी कहते हैं; क्योंकि जनता के चुनाव के द्वारा ही यह तन्त्र बनता है । इसलिए बिना चुनाव का जो तन्त्र होता है । वह लोकतन्त्र या जनतन्त्र न होकर राजतन्त्र बन जाता है । इस प्रकार से लोकतन्त्र जनता का प्रतिनिधि तन्त्र है ।

इसमें समस्त जन समुदाय की सद्‌भावना और सद्‌विचार प्रकट होता है । लोकतन्त्र के अर्थ को स्पष्ट करते हुए महान् राजनेता एवं भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन, अमेरिका के राष्ट्रपति कैनेडी, जेफर्सन, लार्ड विवरेज, विश्वविद्यालय नाटककार वर्नाड शा, प्रोफेसर लास्की, सुप्रसिद्ध अंग्रेजी विद्वान वर्क आदि ने अलग-अलग विचार प्रकट किए हैं ।

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Explanation:


dexterous: no helpful
labiba64: this is helpful for me
Answered by mahi2710
2

भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक गणतंत्र है। लोकतंत्र में जनता को सर्वोच्च शक्ति प्राप्त होती है। इसका अर्थ है कि प्रत्येक नागरिक को उन्नति के समान अवसर मिलते हैं। भारत के लोकतांत्रिक देश होने के कारण यहाँ की जनता व्यवस्थापिका तथा न्यायपालिका के सदस्यों का निर्वाचन करती है। निष्पक्ष और नियमित अंतराल के बाद होने वाले चुनाव किसी भी लोकतंत्र को सर्वश्रेष्ठ बनाते हैं। भारत जैसे लोकतंत्र में नागरिकों के बीच कोई भेदभाव नहीं होता। यहाँ प्रत्येक नागरिक को अपनी अभिव्यक्ति के अधिकार की स्वतंत्रता मिलती है। भारत में लोकसभा, विधानसभा, नगरपालिकाओं के सदस्य प्रत्यक्ष निर्वाचन पद्धति से चुने जाते हैं। राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव अप्रत्यक्ष विधि से किया जाता है। राष्ट्रपति का निर्वाचन एक निर्वाचित मंडल करता है। इसका कार्यकाल पाँच वर्ष है। उपराष्ट्रपति का चुनाव सांसद करते हैं। लोकसभा में जिस दल का बहुमत होता है, उसके सदस्य अपना नेता चुनते हैं और वही नेता प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करता है। जनता प्रत्यक्ष रूप से लोक सभा के सदस्यों का चुनाव करती है। प्रधानमंत्री इन चुने हुए नेताओं में से अपना मंत्रिमंडल बनाता है। विधान सभा के सदस्य राज्य सभा के सदस्यों का निर्वाचन करते हैं। हमारे देश में चुनाव की स्वच्छ प्रक्रिया है। यह वयस्क मताधिकार के आधार पर होता है। 18 वर्ष की आयु वाले भारतीय नागरिक बिना किसी भेदभाव के अपने प्रतिनिधियों को चुनने हेतु मतदान कर सकते हैं। वास्तव में लोकतंत्र में प्रत्येक वैधानिक सरकार का मूल उद्देश्य नागरिकों की स्वतंत्रता और उनकी खुशी ही रहता है।

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Ritiksuglan: not good
Ritiksuglan: which class
labiba64: u know each other??
Ritiksuglan: hi
mahi2710: 10th class nd u
labiba64: how u can talk each other without knowing
mahi2710: why not
labiba64: okk ok so talk
labiba64: i can talk to girls without knowing but not with..
Ritiksuglan: hi
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