looked Hote purane Khel per anuchchhed likhiye in Hindi
Answers
Answer:
एक समय था जब देहात में व्यक्ति दिनभर मेहनत करने के पश्चात आराम के क्षणों में अपने मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के खेल खेलता था जो न केवल उसे शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक व सामाजिक रूप में भी सुदृढ बनाते थे। ग्रामीण मनोरंजन के लिए कबड्डी, गिल्ली डंडा, तीतर बाजी, मुर्गे लड़ाना, धनुष बाजी, कुश्ती, बैलगाड़ी दौड़ाना, लंगड़ी आदि खेलते थे। परंतु जैसे-जैसे समय बीतता गया व आधुनिक दौर रफ्तार पकड़ता गया। वैसे ही प्राचीन खेल भी लुप्त होते गए। कुछ वर्ष पूर्व गांव में जो व्यक्ति कुश्ती या कबड्डी का बढि़या खिलाड़ी होता था, उस पर पूरे गांव के साथ-साथ अन्य गांव के लोग भी गर्व करते थे कि उनके इलाके या गांव का लड़का बढि़या खिलाड़ी है। इतना ही नहीं गांव के लोग उस खिलाड़ी को दूध, लस्सी, घी व अन्य खाने-पीने की चीजें उपलब्ध करवाते थे ताकि वह और आगे बढ़ें, लेकिन आधुनिक दौर ने पुरानी खेलों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। क्रिकेट के खेल ने तो देहाती खेलों को बुरी तरह से पछाड़ दिया है।
अब लगभग प्रत्येक बच्चा, युवा यहां तक कि बुजुर्ग लोग भी क्रिकेट के दीवाने हैं। इस बारे में ग्रामीण सत्ती सिंह, नसीब सिंह, रिंकू, तरसेम चंद, जसवीर सिंह, राजविंदर सिंह ने लुप्त होने वाली खेलों के बारे में कहा कि उन्हें इस बात का बेहद अफसोस है कि इस आधुनिकता के दौर में पुराने खेल गायब हो गए हैं, जिसका मुख्य कारण लोगों क्रिकेट के साथ-साथ अन्य खेलों की तरफ ध्यान केंद्रित होना है।