love towards birds in hindi essay
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पक्षियों पर निबंध (Essay On Birds In Hindi) में सबसे पहले पक्षी की संरचना की बात करते है। दुनिया में प्रत्येक पक्षी के दो पैर होते है। इन्हीं दो पैरों पर पक्षी जमीन पर चलता है। हर पक्षी के पंख होते है। इन्ही पँखो की सहायता से वह उड़ता है। पक्षी के एक चोंच होती है जिसकी मदद से भोजन निगलता है। पक्षी के दो आंखे होती है। पक्षियों का शरीर ढांचा बहुत हल्का होता है जिससे इन्हें उड़ने में आसानी रहती है। दुनिया का लगभग हर पक्षी उड़ता है लेकिन कुछ पक्षी जैसे पेंग्विन, कीवी, शुतुरमुर्ग उड़ नही पाते है। परंतु ये पक्षी जमीन पर तेज दौड़ने में माहिर होते है। कुछ पक्षी ऊंचे आसमान में उड़ते है जैसे बाज। लेकिन कुछ पक्षी ज्यादा ऊंचाई पर नही उड़ते है जैसे मोर।
सभी प्रकार के पक्षी अंडे देते है। चमगादड बच्चे देता है क्योंकि यह स्तनधारी प्राणी है। लेकिन यह पक्षी की तरह उड़ता है। पक्षी पूरी दुनिया में पाये जाते है। चाहे रेगिस्तान हो या फिर बर्फ़ीला प्रदेश हो, इनकी मौजूदगी हर जगह है।
रंग बिरंगे पक्षी वातावरण की आभा को सुशोभित करते है। कोई पक्षी काला है तो कोई सफेद रंग का है। पक्षी हरा, नीला, पीला, लाल, सफेद, काले रंग में होते है। कोयल का रंग काला, तोता का रंग हरा, हंस का रंग सफेद होता है। कुछ पक्षियों में रंगों का कॉम्बिनेशन होता है यानीकि रंग बिरंगे होते है।
पक्षियों का आवास और भोजन निबंध Essay On Pakshi In Hindi –
कुछ पक्षियों (Birds) को पालतू बनाकर भी रखा जाता है। इनमें तोता, कबूतर, मैना जैसे पक्षी आते है। इन पक्षियों को शौक के तौर पर पिंजरे में पाला जाता है। दुनिया में कौवा जैसा पक्षी भी होता है जिसकी आवाज बहुत कर्कश होती है। मीठी आवाज की कोयल पक्षी भी पाई जाती है।
पक्षियों का भोजन भी तरह तरह का होता है। कुछ पक्षी पूर्णत शाकाहारी होते है, तो कुछ मांसाहारी भी होते है। बाज, गिद्ध जैसे पक्षी मांसाहारी होते है जो मरे हुए जानवरो का मांस खाते है। ज्यादातर पक्षी दाना चुगते है। फल, बीज, अनाज, कीड़े मकोड़े, कीट पक्षियों का मुख्य भोजन होता है। मनुष्य के द्वारा मुर्गी जैसी पक्षियों को खाया भी जाता है। इनके अंडे भी बड़े चाव से खाते है।
पक्षियों का घोंसला भी अनोखा होता है। संसार का प्रत्येक जीव निवास के लिए घर बनाता है। पक्षी भी अपने निवास के लिए घोंसले बनाते है। इन घोंसलों में पक्षी अंडे देते है और रात बिताते है। पक्षियों के घोंसले अधिकतर पेड़ों पर होते है। इन पक्षियों में गौरेया, कौवा, बुलबुल इत्यादि आते है। कुछ पक्षी जमीन पर भी घोंसला बनाते है जैसे टिटहरी, तीतर इत्यादि। चील अपने घोंसले पहाड़ो पर बनाती है।
वैसे कुछ पक्षी Birds घोंसला बनाने की जहमत नही उठाते है और दूसरों के बंनाये घोंसले में रहते है। पक्षी घोंसला पेड़ पौधों की पत्तियों और तिनको से बनाते है। कुछ पक्षियों के घोंसले बेहतरीन कारीगरी का नमूना होते है जैसे बया पक्षी का घोंसला। कठफोड़वा पक्षी घास और तिनको से घोंसला नही बनाते है। ये वृक्ष के तने में बने कोठर बनाकर रहते है। हमारा प्यारा तोता भी तने के खोल में रहता है। कबूतर का आवास खंडहरों या इमारतों पर होता है।
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