लता मंगेशकर पाठ के आधार पर राग मालकोश का क्या अर्थ है -
Answers
Answered by
0
Answer:
. लता मंगेशकर पाठक के आधार पर राग मालकोश कार किया है कि चाहे हम जितने भी स्वर्ग हैं हमारे मुंह से आग निकलता है यह राग हरदम गाने में ही होता है क्योंकि राग से हमारे बोलचाल में मीठे स्वर होते हैं अक्सर आप बोलते बोलते क्या बोलते हैं नमस्कार
Similar questions