लड़कियों को अधिक पढ़ाना-लिखाना बेकार मानता है?
chapter:- रीढ़ की हड्डी
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इस कहानी रीड की हड्डी में लड़कियों को पढ़ाना लिखा ना बुरा समझा जाता था उनका यह मानना था कि लड़कियों की जिंदगी चूल्हे तक ही सीमित है उनका मानना था कि लड़कियां सिर्फ खाना बनाने के लिए पैदा हुई है और लोगों की सेवा करने के लिए पैदा हुए हैं इस कहानी में एक लड़की की शादी भी एक ऐसे लड़के से करती जाती है जो जो ठीक प्रकार से चल भी नहीं सकता था परंतु हमें ऐसा नहीं सोचना चाहिए लड़कियों के पढ़ने के लिए ही बनी हुई होती है जैसे लड़कों का अधिकार मिलना चाहिए पैसे लगते हो कभी मिलना चाहिए
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