लड़कियों के प्रति भेदभाव हमारे देश और समाज की उन्नति में बाधक विषय के
पक्ष और विपक्ष में अपने विचार लिखिए। (लगभग 150 शब्द)
Answers
Answer:
Ladkiyon ke prati bhedbhav
Explanation:
Mahilayein duniya ki aadhi abadi ko sambodhit karti hain.Isiliye yadi kewal purush hi padh likh ker tarakki karenge toh kewal adhe sansar ki hi tarakki hogi.
Aaj mahilayein her shretra main aage badh rahi hain.Wo aaj kewal ek grahani nhi hain per wo aaj ghar bhi sambhalti hain aur bahar job karne bhi jaati hain.
Isiliye mahilaon ko kamzor ya kam aankan bewakoofi hai.
Kuch din pehle hi humne dekha ki ladkiyon ne is baar board exams main bhi top kiya hai.Ladkiyon main kuch naya sèekhne ka jazba hai isiliye humein kabhi bhi unhe padhne se aur job karne se rokna nhi chahoye.Yadi kisi ladki ka padhne main mann nhi hai to usse uski pasand ke course karwana
chahiye aur jab wo swablambi ban jaaye tabhi uski shaadi karni chahiye
Answer:
लड़कियों के प्रति भेदभाव हमारे देश और समाज की उन्नति में बाधक
पक्ष में विचार
यह बिलकुल सत्य है , आज भी हमारे समाज में माता-पिता लड़के और लड़की के बीच बड़ा भेदभाव रखते हैं। उन्हें शिक्षा के लिए स्कूल नहीं भेजा जाता और यह सोच कर की लड़की है पढ़- लिख कर क्या करेगी शादी तो करनी है आगे जा कर | बहुत सारे लोग तो लड़की पैदा ही नहीं करना चाहते उन्हें कोख में मार देते है | लड़कों को ज्यादा महत्व दिया जाता है | आजादी मिल गई लेकिन लोगों की सोच से नहीं मिली है। देश को आजाद हुए सालों हो गए लेकिन लड़का-लड़की में भेद भाव खत्म नहीं हुआ। समाज की सोच वही है। आज भी लड़कियों को बोझ समझा जाता है, आज कुछ बुरे लोगों के कारण एक लड़की रात में घर से बाहर नहीं निकलती। लकड़ियों को जॉब तक नहीं करने देते हमने उनकी सोच और दिमाग को कुछ करने का अफसर देना चाहिए | यही सोच को लेकर देश और समाज की उन्नति में बाधक है | देश और समाज विकास नहीं कर पा रहे है |
विपक्ष मेरे यह विचार
हमारे समाज को यह सोच बदलनी होगी | लड़का और लड़की दोनों को बराबर का हक और समान देना होगा |
जिस दिन हमारे देश में लड़का-लड़की में भेदभाव नहीं होगा, अपराध, भ्रष्टाचार, नक्सलवाद, जातिवाद और छुआछूत जैसी समस्याएं खत्म हो जाएगी उस दिन हमारा देश पूरी तरह आजाद हो जाएगा।