लवणों का परिवार-Family of Salts
Answers
Answered by
1
Answer:
What is the question???
Answered by
3
लवणों का वर्गीकरण अनेक प्रकार से किया गया है, जैसे लवणों के गुण एवं प्रकृति के आधार पर, लवणों के संघटन के आधार पर एवं उनके जलीय विलयन के व्यवहार पर। एक वर्गीकरण के अनुसार लवण को "नॉर्मल लवण", "अम्लीय लवण", या "क्षार लवण" कहते हैं। वर्गीकरण की यह रीति इस बात पर निर्भर करती है कि अम्ल के सभी हाइड्रोजन आयनों का, अथवा क्षारक के सभी हाइड्रॉक्साइड आयनों का, प्रतिस्थापन हुआ है, अथवा नहीं। इस वर्गीकरण में अम्ल तथा क्षारक के सभी हाइड्रोजन तथा हाइड्रॉक्साइड आयनों के प्रतिस्थापन से प्राप्त होनेवाले लवण को नार्मल लवण कहा जाता है। हाइड्रोजन के सभी आयनों का प्रतिस्थापन न होने के कारण जो लवण प्राप्त होते हैं, उनमें प्रतिस्थापनीय हाइड्रोजन के आयन विद्यमान होते हैं और ऐसे लवण को अम्लीय लवण कहा जाता है। इसी प्रकार से हाइड्रॉक्साइड के सभी आयनों का प्रतिस्थापन न होने के कारण जो लवण प्राप्त होते हैं, उनमें प्रतिस्थापनीय हाइड्रॉक्साइड की विशेष उपस्थिति के कारण उन्हें क्षारकीय लवण कहा जाता है। उदाहरणार्थ, सोडियम क्लोराइड, सोडियम सल्फेट आदि नार्मल लवण हैं। सोडियम हाइड्रोजन सल्फेट, सोडियम हाइड्रोजन फ़ॉस्फेट आदि अम्लीय लवण एवं क्षारकीय मैग्नीशियम क्लोराइड, क्षारकीय कॉपर कार्बोनेट आदि क्षारकीय लवण हैं।
लवण के वर्गीकरण की एक अन्य रीति में लवण की विशेषता एवं आयनीकरण की पूर्णता के आधार पर वर्गीकरण किया जाता है। इस वर्गीकरण में आयनीकरण से केवल एक अम्लीय, अथवा एक क्षारकीय, अथवा एक एक दोनों के मूलक प्रदान करनेवाले लवण को सरल लवण कहा जाता है। उदाहरण के लिए, सोडियम क्लोराइड, सोडियम हाइड्रोजन (वाइ) कार्बोनेट आदि सरल लवण हैं। आणविक अनुपात में दो सदृश लवणों के संयुक्त लवण को इस वर्गीकरण के अनुसार द्विक या द्विअंगी लवण कहा जाता है, जैसे पोटैशियम क्लोराइड तथा मैग्नीशियम क्लोराइड के संयुक्त लवण को द्विक लवण कहा जाता है। विशेष प्रकार के द्विकी लवण तथा दो से अधिक सदृश लवण के संयोग से निर्मित होनेवाले लवण को फिटकरी, या ऐलम कहा जाता है। पोटैशियम सल्फेट, ऐलुमिनियम सल्फेट तथा क्रिस्टलीय जल के संयोग से निर्मित लवण को पोटैश-फिटकरी, या पोटैश ऐलम-कहा जाता है। किसी लवण में एक से अधिक क्षारक अथवा अम्लीय मूलक की उपस्थिति होने पर ऐसे लवण को मिश्रित लवण कहा जाता है, जैसे सोडियम पोटैशियम सल्फेट। संकर लवण सामान्य द्विक लवण के सदृश होते हैं, परंतु विलयन में इनका व्यवहार द्विक लवण से भिन्न होता है, क्योंकि इनके आयनन की रीति भिन्न होती है। पोटैशियम फेरोसाइनाइड तथा पोटैशियम डाइक्रोमेट संकर लवण है।
लवण के वर्गीकरण की एक अन्य रीति में लवण की विशेषता एवं आयनीकरण की पूर्णता के आधार पर वर्गीकरण किया जाता है। इस वर्गीकरण में आयनीकरण से केवल एक अम्लीय, अथवा एक क्षारकीय, अथवा एक एक दोनों के मूलक प्रदान करनेवाले लवण को सरल लवण कहा जाता है। उदाहरण के लिए, सोडियम क्लोराइड, सोडियम हाइड्रोजन (वाइ) कार्बोनेट आदि सरल लवण हैं। आणविक अनुपात में दो सदृश लवणों के संयुक्त लवण को इस वर्गीकरण के अनुसार द्विक या द्विअंगी लवण कहा जाता है, जैसे पोटैशियम क्लोराइड तथा मैग्नीशियम क्लोराइड के संयुक्त लवण को द्विक लवण कहा जाता है। विशेष प्रकार के द्विकी लवण तथा दो से अधिक सदृश लवण के संयोग से निर्मित होनेवाले लवण को फिटकरी, या ऐलम कहा जाता है। पोटैशियम सल्फेट, ऐलुमिनियम सल्फेट तथा क्रिस्टलीय जल के संयोग से निर्मित लवण को पोटैश-फिटकरी, या पोटैश ऐलम-कहा जाता है। किसी लवण में एक से अधिक क्षारक अथवा अम्लीय मूलक की उपस्थिति होने पर ऐसे लवण को मिश्रित लवण कहा जाता है, जैसे सोडियम पोटैशियम सल्फेट। संकर लवण सामान्य द्विक लवण के सदृश होते हैं, परंतु विलयन में इनका व्यवहार द्विक लवण से भिन्न होता है, क्योंकि इनके आयनन की रीति भिन्न होती है। पोटैशियम फेरोसाइनाइड तथा पोटैशियम डाइक्रोमेट संकर लवण है।
Similar questions