म
ु
गल बादशाह अकबर का नाम इतिहास मेंप्रससद्ध है। उस के दरबार मेंिानसेन
नामक प्रससद्ध गवैया था। अफसोस की बाि यह थी कक िानसेन के मन मेंदया भाव
न था। उसेअपनेगायन पर बडा घमंड था। वह अकबर का चहेिा था। उसनेया शित
रखी थी कक जो मन
ु
ष्य गायन ववद्या मेंमेरी बराबरी ना कर पाए वह आगरेकी सीमा
मेंआनेका साहस ना करें। ऐसा करनेवाला मत्ृ
य
ुदंड का भागी होगा। अनजानेमें
साध
ु
ओं की मंडली नगर मेंप्रवेश कर गई। ईश्वर के भक्ि साध
ुिल्लीनिा सेहरर
भजन गा रहेथे। उन्हेंसांसाररक का सेक
ु
छ लेना-देना ना था। ऐसेमेंवेसुर िाल की
परवाह क्यों करिे। वेबेकफक्री सेगायन मेंमग्न थे। िभी ससपाहहयों नेउन्हेंकै द कर
सलया और दरबार मेंलेगए। वहांवेिानसेन का म
ु
काबला ना कर सकेऔर 10 वर्षीय
बालक को छोडकर सभी को मत्ृ
य
ुदंड देहदया गया। 12 वर्षतबाद यही बालक बजै
ू
बावरा नाम सेप्रससद्ध हु
आ, जजसनेअपनेअद्भ
ुि गायन सेिानसेन का घमंड च
ूर
च
ूर कर हदया था।
- िानसेन कौन था? उसका स्वभाव कै सा था?
- गवैयेआगरेकी सीमा मेंआनेका साहस क्यों नहींकरिेथे?
- िानसेन का घमंड कै सेच
ूर च
ूर हु
आ?
- साध
ुमंडली को ककस चीज सेलेना-देना नहींथा?
- अनजाना और बेकफक्री मेंउपसगतप्रत्यय और म
ू
ल शब्द अलग करकेसलखें
Answers
Answered by
1
Answer:
- Dfkkejekeisjjwhejejejjwjw
Similar questions
Social Sciences,
27 days ago
Math,
27 days ago
Chemistry,
27 days ago
Physics,
1 month ago
Environmental Sciences,
8 months ago
Math,
8 months ago