History, asked by yashrajrc20, 8 months ago

मुगलों के अधीन राजस्व मूल्यांकन के तरीके​

Answers

Answered by shamimsh355
12

Answer:

पोलज – जिस पर हर वर्ष खेती होती हो।

पोलज – जिस पर हर वर्ष खेती होती हो।परती – जब भूमि पर बुआई न करके उसे फिर से उर्वरता प्राप्त करने के लिए बिना बोये छोङ दिया जाता था तो वह परती कहलाती थी।

पोलज – जिस पर हर वर्ष खेती होती हो।परती – जब भूमि पर बुआई न करके उसे फिर से उर्वरता प्राप्त करने के लिए बिना बोये छोङ दिया जाता था तो वह परती कहलाती थी।चाचर – जिसे तीन-चार वर्षों तक बिना बोये छोङा जाता था।

Explanation:

thank you

Similar questions