History, asked by Ankittete222gmailcom, 1 year ago

मुगलकालीन भारत के अध्ययन संबंधी फारसी स्त्रोत ​

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Answered by babusinghrathore7
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बाबरनामा तुर्की में लिखा गया था। इसका फारसी अनुवाद

1- जैन खां

2- पाइन्दा खां

3- अब्दुर रहीम खानखाना द्वारा किया गया।

मिर्जा हैदर दोंगलत  - तारीख ए रशीदी

ख्वादां मीर - कानून ए हूमायूनीं

गुलबदन बेगम का - हूमायूनामा

जौहर आफतावची का तजकिरात उल वाकियात

अबुल फजल का अकबरनामा

अब्दुल कादिर बदांयुनी का - मुतंखब  उत तवारीख

निजामुद्दीन अहमद की - तबकात ए अकबरी

फैजी सरहिन्दी का अकबरनामा

इनायत खां का तकमील ए अकबरनामा

असदबेग का हालात ए असदबेंग

जहांगीर की तुजुक ए जहांगीर

मुतमिद खां का इकबाल नामा ए जहांगीरी

हादी खां का वाकियात ए जहांगीरी

कामगार खां का मआसिर ए जहांगीरी

कजवीनी का बादशाहनामा

अब्दुल हमीद लाहौरी का बादशाहनामा

इनायत खां का शाहजहांनामा

मोहम्मद सालीह कम्बू का अमल ए सालीह

मोहम्मद काजिम का आलमगीरनामा

मोहम्मद साकी मुस्तैद खां का मआसिर ए आलमगीरी

मोहम्मद हासिम खाफी खां का मुन्तखब उल लुबाब

आन्नद राम मुखलिस का तजकिरा

गुलाम हुसैन मोहम्मद खां का सियार उल मुताखरीन

इसके अतिरिक्त खुलासत उत तवारीक , चहार ए चमन, नुक्शा ए दिलकुशां

आदि प्रमुख फारसी साहित्य हैं।

आभार एंव स्रोत - अग्रवाल सर - हिस्ट्री नोट्स फॉर सिविल सर्विसेज

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