मेघ आए बड़े बन ठन के सवर के आगे आगे नाचते गाते बार चली दरवाजे खिड़कियां खुलने लगी गली-गली पाहुन जो आए हो गांव में शहर के मेघ आए बड़े बन बन के सवर के यह कवीता कीसने लीखी है
Answers
Answered by
0
उपरी कविता सर्व्वेश्वर दयाल सक्सेना द्वारा लिखी गई है
Similar questions
English,
2 months ago
Computer Science,
2 months ago
Chemistry,
2 months ago
Political Science,
5 months ago
Hindi,
5 months ago
Math,
11 months ago
Art,
11 months ago