Hindi, asked by sadhanach99, 3 months ago

'मेघ आए' कविता के आधार पर "क्षमा करो गाँठ खुल गयी अब भरम की' पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।​

Answers

Answered by surendramehta355
2

Answer:

क्षमा करो गाँठ खुल गई अब भरम की भाव - नायिका को यह भ्रम था कि उसके प्रिय अर्थात् मेघ नहीं आएँगे परन्तु बादल रूपी नायक के आने से उसकी सारी शंकाएँ मिट जाती है और वह क्षमा याचना करने लगती है।

Answered by sunamchand783
1

please give me thanks

Attachments:
Similar questions