Hindi, asked by eieueyrhrbfvbdhsslls, 3 months ago

मेघों के लिए ‘बन-ठने के, सँवर के आने की बात क्यों कही गई है?​

Answers

Answered by MissLuxuRiant
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मेघों के लिए ‘बन-ठन के, सँवर के आने की बात इसलिए कही गई है क्योंकि वर्षा के बादल काले-भूरे रंग के होते हैं। नीले आकाश में उनका रंग मनोहारी लगता है। इसके अलावा गाँवों में बादलों का बहुत महत्त्व है तथा उनका इंतजार किया जाता है।

Answered by Priyankasekhar
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Answer:

मेघों के लिए 'बन-ठन के, सँवर के' आने की बात क्यों कही गई है? कवि ने मेघों में सजीवता लाने के लिए बन ठन की बात की है। बहुत दिनों तक न आने के कारण गाँव में मेघ की प्रतीक्षा की जाती है। ... ठीक उसी प्रकार मेघ भी बहुत दिनों बाद आए हैं क्योंकि उन्हें बनने सँवरने में देर हो गई थी।

Explanation:

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