History, asked by koolkaran3246, 1 year ago

मैं ही क्रांति हूँ"" ""मैंने क्रांति का अंत किया है।’ नेपोलियन द्वारा कहे गए ये कथन कितने सार्थक एवं सत्य हैं?

Answers

Answered by ritika16181
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Answer:

Unka yah kathan Sarthak aur satya nhi h

Answered by kaashifhaider
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"मैं ही क्रांति हूँ मैंने क्रांति का अंत किया है।" नेपोलियन द्वारा कहा गया ये कथन सार्थक सिद्ध नहीं हुआ।

Explanation:

  1. नेपोलियन ने समुचित फ्रांस को जीतकर उसकी जनता को परेशानियों से मुक्त कराया उसके पश्चात उसका यह कथन की " मैं ही क्रांति हूँ , क्यूंकि मैंने क्रांति का अंत किया है," सार्थक सिद्ध नहीं हुआ।
  2. फ्रांस को जीतने के बाद उसकी महत्वकांक्षा बढ़ती चली गयी और वह पूरे विश्व को जीतने के सपने देखने लगा।
  3. लगातार युद्ध में रहना , संधियों का सम्मान न करना और प्रशानिक कार्यों से ज़्यादा युद्ध में लगे रहने के कारण धीरे धीरे फ़्रांस की जनता भी उसके खिलाफ हो गयी।
  4. जीवन के अंतिम समय में नेपोलियन को फ़्रांस की सत्ता से बेदखल कर दिया  गया।
  5. नेपोलियन जिस क्रांति को अंत करने की बात करता था , वहीं  लोगों ने उसके खिलाफ विद्रोह कर दिया , और वह खुद भी एक प्रकार से क्रांति का शिकार हो गया।
  6. इस कारण उसका कहा गया कथन  सार्थक सिद्ध नहीं हुआ।

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