मोहल्ले में जल भराव पर दृश्य लेखन
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साफ-सफाई व जल निकासी समस्या के प्रति प्रशासन की अनदेखी असहनीय होती जा रही है। अनवरत जल जमाव की समस्या झेल रहे जींद वासियों का जीवन नारकीय हो चुका है। बार बार अवगत कराने के बाद भी प्रशासन संज्ञान नहीं ले रहा है। इससे नागरिकों का आक्रोश कभी भी फूट सकता है। महसूस हो रहा है कि यहां कोरोना वायरस से पहले गंदगी सांसें घोट देगी।
मोहल्ले में हर ओर गंदगी, कीचड़, जल-जमाव का दृश्य देखा जा रहा है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद स्थिति बेहद खराब हो गई है। मुख्य सड़क से लेकर गलियों तक पानी ही पानी हो गया है। घरों से लेकर दुकानों तक लोग सिमट कर रह गए है। जल निकासी व्यवस्था का अभाव होने से आम दिनों में भी उक्त मोहल्ले में जल भराव की स्थिति रहती है। सफाई कर्मियों के कभी कभी दर्शन होते हैं। कुछ स्थानों पर झाड़ू लगा तो कूड़े को वार्ड के किसी कोने में डंप कर दिया जाता है। नागरिकों की आवाज भी दबकर रह जाती है। जबकि प्रशासन समस्याओं को पूर्व बोर्ड की देन बताकर पल्ला झाड़ लेता है।
इसी के चलते आज बत्तख चौक पर पानी निकासी की समस्या को लेकर लोगों ने आधा घंटा जाम लगाया। यह पर पानी गलियो में भर जाता है। ऐसे में गली से निकलना मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं गंदा पानी जमा होने से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कई बार जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी, लेकिन समस्या दूर नहों की गई। मजबूर होकर जाम लगाना पड़ा। पुलिस द्वारा पानी निकासी की व्यवस्था करवाने का आश्वासन देने पर लोगों ने जाम खोल दिया।