मेहनत करने पर कभी हार नहीं होती इस वचन पर आधारित कहानी लिखिए
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Explanation:
sorry I only had the poem
and hope it helps
mark as Brianlist
बहुत पुरानी बात है एक स्कूल था जिसमें पढ़ाई के साथ खेल का भी एक पीरियड होता था |
खेल का पीरियड चल रहा था शिक्षक छात्रों को खेल के बारे में समझा रहे थे, तभी एक दुबली पतली लड़की उठी और शिक्षक से ओलंपिक रिकॉर्डस के बारे में पूछने लगी |
सभी उस पर हंसने लगे शिक्षक ने भी उस पर व्यंग किया तुम खेल के बारे में जानकर क्या करोगी ?
कभी अपने आपको देखा है तुम तो ठीक से खड़ी भी नहीं हो सकती |
तुम ओलंपिक के बारे में जानकर क्या करोगी ?
तुम खेल तो पाओगी नहीं फिर तुम यह सब जानने के लिए उत्सुक हो |
लड़की की आंखों में आंसू आ गए मगर वो कुछ नहीं बोली |
सभी विद्यार्थी उस पर हंसते रहे अगले दिन उसे खेल के पीरियड से अलग कर दिया गया |
अब वह लड़की उठी और बोली - सर अगर इंसान के मन में कुछ करने की चाह है तो और वह सच्ची लगन है और बुलंद इरादे के साथ आगे बड़े तो वह कुछ भी कर सकता है |
याद रखना सर एक दिन मैं सारी दुनिया के सामने ओलंपिक में हिस्सा लेकर दिखाऊंगी |
बात को और बाकी सभी ने मजाक में लिया है |
उस लड़की के दिल को यह बात लग गई थी |
उसी दिन से तेज चलने का अभ्यास करने लगी | उसने अच्छी व पोस्टिक खुराक लेना प्रारंभ कर दिया | चलने का अभ्यास करते - करते दौड़ना शुरू कर दिया | कुछ दिनों में वहां तेज दौड़ना सीख गई|
अब उसने छोटी मोटी दौड़ो में भाग लेना शुरू कर दिया | कुछ लोग उसकी मदद के लिए खड़े हो गए और उसका हौसला बढ़ाया |
1 दिन उसी लड़की ने 1960 के ओलंपिक में हिस्सा लिया |
सिर्फ ओलंपिक में हिस्सा ही नहीं लिया | साथ ही साथ 3 स्वर्ण पदक भी जीते ओलंपिक से लड़की ने एक नया इतिहास रच दिया | इस लड़की का नाम था | विल्मा रुडोल्फ यह एक अमेरिकी लड़की थी |
शिक्षा -इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है अगर इंसान आलोचनाओं को अपनी ताकत बनाकर अच्छी लगन और मेहनत से अपने लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ता है तो उसे सफलता अवश्य प्राप्त होती है |
विल्मा रूडोल्फ की शारीरिक कमजोरी और यहां तक की उसकी अपंगता भी उसे सफल होने से नहीं रोक पाई |
Thank you