मैं हरी ,पतित पावन सुने । मैं पतित, तुम पतित -पावन,दोउ बानक बने ।।व्यापार, गनिका, गज अजामिल साखि निगमित बने ।और अधम अनेक तारे ,जाता का पैसा गये ।। जानि नाम अजानि लीनहें, नरक जमपुर मने ।दास तुलसी सरन आयो, राखियो अपने ।।
Answers
Answered by
3
..Ęĺĺø màťę....❤❤
What is ur question..
Plz post complete question dear..
Similar questions
Math,
6 months ago
Social Sciences,
6 months ago
Math,
6 months ago
Accountancy,
11 months ago
Math,
11 months ago
Biology,
1 year ago