Hindi, asked by dwivedineelam331, 1 month ago

माँज दो तलवार को लाओ न देरी,
बाँध दो अब पीठ पर वह ढाल मेरी,
भाल पर मल दो चरण की धूल थोड़ी,
शीश पर आशीष की छाया घनेरी।​

Answers

Answered by arunkumar151199
0

Answer:

nice poetry dear

.

...jxjx

Answered by mohfharis
0

Answer:

माँज दो तलवार को लाओ न देरी,

बाँध दो अब पीठ पर वह ढाल मेरी,

भाल पर मल दो चरण की धूल थोड़ी,

शीश पर आशीष की छाया घनेरी।

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