Hindi, asked by Gobindarana28, 18 days ago

माझा गिर्यारोहणाच्या अनुभव इन मराठी​

Answers

Answered by boogrizzy17
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Answer:

पहले शब्द की अंतिम ध्वनि में परिवर्तन

दिक़्+ गज- दिग्गज — —-(क्+ग )के मेल के परिणामस्वरूप ‘क’ का परिवर्तन ‘ग‘में हुआ है।

उत् + मेष– उन्मेष ——(त्+ म) के मेल के परिणामस्वरूप ‘त्’ का परिवर्तन ‘न‘में हुआ है।

2. – दूसरे शब्द की पहली ध्वनि में परिवर्तन

अभि + सेक – अभिषेक——- (ष्+न्) के मेल के परिणामस्वरूप ‘न्’का परिवर्तन ‘ण्‘ में हुआ है

तृष्+ ना – तृष्णा ———– (ष्+ न्) के मेल के परिणामस्वरूप ‘न्’ का परिवर्तन ‘ण्‘ में हुआ है।

3.- दोनों शब्दों की दोनों ध्वनियों में परिवर्तन

नर+ इंदु्र – नरेंद्र – (अ+इ) के मेल से दोनों ध्वनियों का ’ए’ में परिवर्तन हुआ है।

उत्+ हार -उद्धार –( त् + ह्) के मेल से दोनों ध्वनियों का परिवर्तन ’ध’ में हुआ है।

अर्थात हम कह सकते है कि– उपर्युक्त शब्दों में पहले शब्द के अंतिम वर्ण का दूसरे शब्द के पहले वर्ण में मेल हुआ है इसी मेल के कारण विकार परिवर्तन भी हुआ है। वर्णों के पारस्पारिक मेल से जो विकार परिवर्तन उत्पन्न होता है। उसे संधि कहा जाता है।

Answered by dreamgirlmegha
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Answer:

गिर्यारोहण हा शब्द गिरी या मराठी शब्दापासून तयार झाला आहे. गिरी म्हणजे पर्वत. ट्रेकिंग अथवा भ्रमंती हा इंग्रजी शब्द असून मराठीत आता रुढ झालेला आहे. मराठीत गिर्यारोहण, दुर्गभ्रमण, निसर्गभ्रमण असे विविध शब्द प्रचलित आहेत. गेल्या काही दशकांत भारतात, विशेषतः महाराष्ट्रात ट्रेकिंगने जोर धरलेला आहे. गिर्यारोहणपर्वतावर चढण्याचे शास्त्र किंवा कला. एक साहसी, कठीण व अत्यंत कार्यक्षमतेचा खेळ म्हणू आज त्यास विशेष महत्त्व प्राप्त झाले आहे. अखिल भारतीय क्रीडा मंडळानेही त्यास एक क्रीडाप्रकार म्हणून रीतसर मान्यता दिली आहे. गिर्यारोहणात दहा — पंधरा मीटर उंचीची टेकडी चढण्यापासून ते मौंट एव्हरेस्टसारखे उंच शिखर चढण्यापर्यंतचे सर्व प्रकार येतात. त्यासाठी विशेष प्रशिक्षणाची, कुशलतेची व योग्य त्या साधनसामग्रीची आवश्यकता असते. या गोष्टींच्या अभावी गिर्यारोहण घातक ठरण्याचा संभव असतो.

tq

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