मुझे तोड़ लेना वनमाली उस पथ पर देना तुम फेंक मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जाएं वीर अनेक इन पंक्तियों का आशय स्पष्ट किजिए
Answers
Answered by
2
Answer:
सबसे पहले जवाब दिया गया: मुझे तोड़ लेना वनमाली, उस पथ पर तुम देना फेंक,मातृभूमि पर फूल चढ़ाने, जिस पर जाएं वीर अनेक।। यह किसकी रचना है? उक्त पंक्तियां 'पण्डित माखनलाल चतुर्वेदी' द्वारा रचित पुष्प की अभिलाषा नामक कविता से उद्धृत है। इस कविता में कवि ने देश के प्रति समर्पित होने का संदेश दिया है।
please mark me as brainliest
Answered by
0
Answer:
sjjsisjhsjjsjdhdhhrurhrhbrbdndjif
Explanation:
ndjsjdhbebrbrjjrjriwbjifjrbr
Similar questions