'माँ का आंचल' लेख में स्कूल का एक प्रसंग आया है जिसमें स्कूल के अध्यापक सजा देने के लिए बच्चों को भोलानाथ को पकड़ कर लाने के लिए भेजते हैं और स्कूल में आने पर सज़ा भी देते हैं। स्कूल के इस रूप में आज क्या बदलाव आया है? और आप किस रूप को सही मानते हैं?
Answers
Answer:
'माँ का आंचल' लेख में स्कूल का एक प्रसंग आया है जिसमें स्कूल के अध्यापक सजा देने के लिए बच्चों को भोलानाथ को पकड़ कर लाने के लिए भेजते हैं और स्कूल में आने पर सज़ा भी देते हैं। स्कूल के इस रूप में आज क्या बदलाव आया है? और आप किस रूप को सही मानते हैं?
'माँ का आंचल' लेख में स्कूल का एक प्रसंग आया है जिसमें स्कूल के अध्यापक सजा देने के लिए बच्चों को भोलानाथ को पकड़ कर लाने के लिए भेजते हैं और स्कूल में आने पर सज़ा भी देते हैं। स्कूल के इस रूप में आज क्या बदलाव आया है? और आप किस रूप को सही मानते हैं?
'माँ का आंचल' लेख में स्कूल का एक प्रसंग आया है जिसमें स्कूल के अध्यापक सजा देने के लिए बच्चों को भोलानाथ को पकड़ कर लाने के लिए भेजते हैं और स्कूल में आने पर सज़ा भी देते हैं। स्कूल के इस रूप में आज क्या बदलाव आया है? और आप किस रूप को सही मानते हैं?
'माँ का आंचल' लेख में स्कूल का एक प्रसंग आया है जिसमें स्कूल के अध्यापक सजा देने के लिए बच्चों को भोलानाथ को पकड़ कर लाने के लिए भेजते हैं और स्कूल में आने पर सज़ा भी देते हैं। स्कूल के इस रूप में आज क्या बदलाव आया है? और आप किस रूप को सही मानते हैं?
I can't understand your question !!!!