Hindi, asked by harmanrajrana, 5 months ago

माँ की समझाइश के बाद
दक्षिण दिशा में पैर करके मैं कभी नहीं सोया और इससे इतना फायदा जरूर हुआ
दक्षिण दिशा पहचानने में मुझे कभी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा
मै दक्षिण में दुर-दुर तक गया और मुझे हमेशा माँ याद आई
दक्षिण को लाँघ लेना संभव नहीं था
होता छोर तक पहुँच पाना तो यमराज का घर देख लेता
1 माँ के समझाने के बाद कवि ने क्या काम कभी नहीं किया?
2 कवि को किस बात को करने में कभी कठिनाई नही हुई?
3 कवि यमराज का घर देखने में सफल क्यों नहीं हुआ?
4 अवतरण में निहित काव्य-सौंदर्य प्रतिपादित किजिए​

Answers

Answered by Madankumar808103
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Answer:

माँ की समझाइश के बाद

दक्षिण दिशा में पैर करके मैं कभी नहीं सोया और इससे इतना फायदा जरूर हुआ

दक्षिण दिशा पहचानने में मुझे कभी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा

मै दक्षिण में दुर-दुर तक गया और मुझे हमेशा माँ याद आई

दक्षिण को लाँघ लेना संभव नहीं था

होता छोर तक पहुँच पाना तो यमराज का घर देख लेता

1 माँ के समझाने के बाद कवि ने क्या काम कभी नहीं किया?

2 कवि को किस बात को करने में कभी कठिनाई नही हुई?

3 कवि यमराज का घर देखने में सफल क्यों नहीं हुआ?

4 अवतरण में निहित काव्य-सौंदर्य प्रतिपादित किजिए

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