मुक्त बाजार में उपभोक्ता राजा होता है सही या गलत
Answers
मुक्त बाजार में उपभोक्ता राजा होता है, ये सही बात है।
यह बात सत्य है कि मुक्त बाजार में उपभोक्ता ही राजा होता है, क्योंकि मुक्त बाजार में जो भी अर्थव्यवस्था होती है, वह सारी की सारी उपभोक्ता पर टिकी होती है। पूरी अर्थव्यवस्था की संरचना उपभोक्ता की रूचि से निर्धारित होती है।
उपभोक्ता उत्पादकों द्वारा उत्पादित किए गए उत्पादों के प्रति जो भी अनुक्रिया अपनाते हैं, उससे ही उत्पादन रूपी पूरी अर्थव्यवस्था का स्वरूप निर्धारित होता है। एक मुक्त बाजार में उत्पादक एवं उपभोक्ता पूरी व्यवस्था को चलाने के लिए दो धुरी की तरह काम करते हैं, लेकिन इसमें उपभोक्ता अधिक महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि मुक्त बाजार का अंतिम लक्ष्य वह ही होता है।
उत्पादक एक साधक है, जो उत्पाद रूपी साधन के माध्यम से अपने लक्ष्य उपभोक्ता तक पहुंचने की कामना रखता है। कोई भी उत्पादक उत्पादन तभी करता है, जब उसकी मांग है। यानी उपभोक्ता उसके लिए खरीदने को तैयार है। यदि उपभोक्ता उत्पाद ही नहीं खरीदेगा तो उत्पादक उत्पादन करना बंद कर देगा और बाजार रूपी संरचना ढह जाएगी। इसलिए उपभोक्ता पूरे मुक्त बाजार की केंद्र में होता है, वही उसकी धुरी है। उपभोक्ता ही एक बाजार को आधार प्रदान करता है। इसलिए उपभोक्ता मुक्त बाजार का राजा होता है।
☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼