मूल्य
प्र021
लाभ न कमाने वाली संस्थाओं द्वारा बही खाता रखने के उद्देश्य का वर्णन कीजिए?
Answers
संस्थाएं बही खाता अपने हिसाब-किताब जैसे - बकाया भुगतान राशि आदि हेतु रखतीं हैं।
Answer:
ऐसी संथाओ के आय का मुख्य स्रोत, इसके सदस्यों से प्राप्त अनुदान तथा दान, सहायता विनिवेश से प्राप्त आय इत्यादि होता है। इस प्रकार के संस्थानों द्वारा बहियों को रखने का मुख्य उद्देश्य वैधानिक आवश्कताओ को पूरा करना तथा उनके निधि के प्रयोग पर नियंत्रण में सहयोग प्रदान करना है।
एक गैर-लाभकारी संगठन (एनपीओ) वह है जो लाभ से प्रेरित नहीं होता है बल्कि किसी दिए गए कारण के प्रति समर्पण से होता है जो संगठन को चलाने के लिए जो कुछ भी लेता है उससे परे सभी आय का लक्ष्य होता है। इस वजह से, एनपीओ को संघीय सरकार से कर-मुक्त स्थिति प्राप्त होती है, जिसका अर्थ है कि उन्हें आयकर का भुगतान नहीं करना पड़ता है।
Explanation:
लाभ न कमाने वाली संस्थाओं द्वारा बही खाता रखने के उद्देश्य:
- मुख्य उद्देश्य सेवा है:
- लाभ मानदंड नहीं है:
- अधिशेष अपने सदस्यों के बीच वितरित नहीं किया गया:
- पृथक इकाई:
- अद्वितीय नाम उनके कार्य को दर्शाते हैं:
- निर्वाचित व्यक्तियों द्वारा प्रबंधन:
- योगदान और दान आदि से प्रमुख धन।
लेखा शास्त्र शेयर धारकों और प्रबंधकों आदि के लिए किसी व्यावसायिक इकाई के बारे में वित्तीय जानकारी संप्रेषित करने की कला है।
[1] लेखांकन को 'व्यवसाय की भाषा' कहा गया है।
[2] हिन्दी में 'एकाउन्टैन्सी' के समतुल्य 'लेखाविधि' तथा 'लेखाकर्म' शब्दों का भी प्रयोग किया जाता है।