Hindi, asked by samiullaha, 5 months ago

मिलजुलकर कदम बदने से क्या सम्भव है​

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Answered by Anonymous
1

Answer:

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Explanation:

kgjgjtjturjrjfjbxnckxf. bf jfjfjfjfof

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Answered by sonu5264
2

Answer:

एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना

साथी हाथ बढाना।

हम मेहनत वालों ने जब भी, मिलकर कदम बढाया

सागर ने रस्ता छोडा, परबत ने सीस झुकाया

फौलादी हैं सीने अपने, फौलादी हैं बाँहें

हम चाहें तो चट्टानों में पैदा कर दें राहें

उपर्युक्त पंक्तियों को हम अपने आसपास के श्रमिक वर्ग की ज़िंदगी में घटते हुए देख सकते हैं। गीत की इन पंक्तियों में कवि बताते है कि अकेला व्यक्ति अगर कुछ पाने का प्रयास करे तो थक जाता है परंतु अगर सब मिल-जुलकर के कार्य करे तो बड़े से बड़े लक्ष्य तक आसानी से पहुँच सकते हैं।

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