Math, asked by mrsonuofficial7, 14 hours ago

'मूलवासी' का क्या अभिप्राय है​

Answers

Answered by ItzAkshra
44

Answer:

मूलनिवासी किसी भी देश, क्षेत्र में रह रहे वो लोग जो बहुत पहले से या उनके पूर्वज वहां पर रहकर अपना जीवन यापन करते आये हो वहां के मूलनिवासी कहलाते है। ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी के जिस हिस्से पर जो पहले से रहता आया है वो उस जगह का मूलनिवासी(native) कहलाता है।

Step-by-step explanation:

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Answered by Anonymous
10

Question:

मूलवासी' का क्या अभिप्राय है ? मूलवासी के अधिकारों के लिए संघर्ष का वर्णन

कीजिए (कोई चार)।

Answer:

मूलवासी से अभिप्राय संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार मूलवासी ऐसे लोगों के वंशज हैं जो किसी मौजूदा देश में बहुत दिनों से रहते चले आ रहे हैं। फिर किसी अन्य संस्कृति या जातीय मूल के लोग विश्व के दूसरे हिस्से से उस देश में आए और इन लोगों को अपने अधीन बना लिया।

मूलवासी के अधिकारों के लिए संघर्ष :

विश्व समुदाय में बराबरी का दर्जा पाने के लिए आन्दोलन:

मूलवासियों को एक लम्बे समय से सभ्य समाज में दोयम दर्जे का माना जाता था। उन्हें बराबरी का दर्जा प्राप्त नहीं था। वर्तमान विश्व में शेष जनसमुदाय के अपने प्रति निम्न स्तर के व्यवहार को देखकर इन्होंने विश्व समुदाय में बराबरी का दर्जा पाने के लिए अपनी आवाज बुलन्द की है ।

स्वतन्त्र पहचान की माँग:

मूलवासियों के निवास स्थान मध्य एवं दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया एवं भारत में हैं, जहाँ इन्हें आदिवासी या जनजाति कहा जाता है। ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैण्ड सहित ओसियाना क्षेत्र के बहुत से द्वीपीय देशों में हजारों वर्षों से पॉलिनेशिया, मैलनेशिया एवं माइक्रोनेशिया वंश के मूलवासी निवासरत हैं। इन मूलवासियों की अपने देश की सरकारों से माँग है कि इन्हें मूलवासी के रूप में अपनी स्वतन्त्र पहचान रखने वाला समुदाय माना जाए।

मूलवास स्थान पर अपने अधिकार की माँग:

मूलवासी अपने मूलवास स्थान पर अपना अधिकार चाहते हैं। अपने मूलवास स्थान पर अपने अधिकार की माँग हेतु सम्पूर्ण विश्व के मूलवासी यह कहते हैं कि हम यहाँ अनन्त काल से निवास करते चले आ रहे हैं।

राजनीतिक स्वतन्त्रता की माँग:

भौगोलिक रूप से चाहे मूलवासी अलग-अलग स्थानों पर निवास कर रहे हैं, लेकिन भूमि और उस पर आधारित जीवन प्रणालियों के बारे में इनकी विश्व दृष्टि एक समान है। भूमि की हानि का इनके लिए अर्थ है- आर्थिक संसाधनों के एक आधार की हानि और यह मूलवासियों के जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उस राजनीतिक स्वतन्त्रता का क्या अर्थ जो जीवन यापन के साधन ही उपलब्ध न कराए । अतः मूलवासी अपने निवास स्थान पर उपलब्ध संसाधनों पर अपना अधिकार मानते हुए जीवन यापन के साधन उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं।

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