‘माँ मेरी बाट देखती होगी’-नन्ही चिड़िया बार-बार इसी बात को कहती है। आप अपने अनुभव के आधार पर बताइए कि हमारी जिंदगी में माँ का क्या महत्त्व है?
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मां को भगवान का दूसरा स्वरूप भी कहा जाता है क्योंकि मां हर मुश्किल की घड़ी में हमारे साथ रहती हैं। मां अपने हिस्से की खुशी भी हमारे नाम कर देती है और हमारे हिस्से का दुख अपने नाम कर देती है। किसी भी व्यक्ति के जीवन में मां का होना किसी वरदान से कम नहीं है । मां की हमारी जिंदगी में बहुत अहमियत है वह हमारा सही तरह से पालन पोषण करतीे हैं ।वह हमारी पहली दोस्त और अध्यापिका होती है। मां हमारी दुख की घड़ी में हमें दिलासा देती है । मां का स्नेह और आशीर्वाद हमारी सफलता में योगदान देता है। वह हमेशा दुनिया के भले - बुरे चीजों से अवगत कराती हैं। मां हमें दुनिया में सही मायने में जीना सिखाती हैं । हमें आत्मिक सुकून अपनी मां के पास ही मिलता है। अतः हम मां के ऋण से कभी उऋण नहीं हो सकते । मां के महत्व का वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता ।
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'माँ मेरी बाट देखती होगी' - नन्ही चिड़िया बार-बार इसी बात को कहती है। आप अपने अनुभव के आधार पर बताइए कि हमारी ज़िंदगी में माँ का क्या महत्त्व है? माँ का हमारे जीवन बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। वो हमें जन्म देती हैं, हमारा पालन-पोषण करती हैं और दुनिया के बुरे-भले चीज़ों से अवगत कराती हैं।