मोमबत्ती का पिघलना कौन सा परिवर्तन है
Answers
➲ मोमबत्ती का पिघलना मुख्यतः रसायनिक और आंशिक रूप से भौतिक परिवर्तन है।
व्याख्या ⦂
✎... मोमबत्ती का जलना मुख्यतः रसायनिक परिवर्तन का उदाहरण है, पर ये आंशिक रूप से भौतिक परिवर्तन का उदाहरण भी है।
रसायनिक परिवर्तन की परिभाषा के अनुसार ऐसा पदार्थ जिसकी आंतरिक संरचना और गुणों में परिवर्तन हो जाता है, और उस पदार्थ के मूल गुण अलग हो जाते है, इसके परिणामस्वरूप पदार्थ नयी अवस्था को प्राप्त होता है तो उसे रसायनिक परिवर्तन कहते हैं।
भौतिक परिवर्तन की परिभाषा के अनुसार ऐसा परिवर्तन जिसमें उसकी अवस्था में तो परिवर्तन आता परन्तु उसकी आंतरिक संरचना मेंं कोई परिवर्तन नही होता, और उसके मूल गुण परिवर्तित नही होते, तो उसे भौतिक परिवर्तन कहते हैं।
अतः मोमबत्ती का जलना दोनों तरह का परिवर्तन है क्योंकि जो मोम जल चुका है वो प्रकाश व ऊष्मा में बदल चुका है, अर्थात मोम के गुण ऊष्मा और प्रकाश में बदल चुकें हैं और उस मोम को पुनः नही प्राप्त नही किया जा सकता है, अतः ये रसायनिक परिवर्तन का उदाहरण हुआ।
इसके साथ ही थोड़ा मोम पिघलकर बच भी जाता है, जिसकी संरचना मूल मोम जैसी ही होती है, अतः उसे पुनः उपयोग में लाया जा सकता है। अतः ये भौतिक परिवर्तन का उदाहरण हुआ।
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