मानो भ्रातृत्व का एक सूत्र इन समस्त आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए है।' इस कथन के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए कि 'धर्म तोड़ता नहीं जोड़ता है।'
Answers
मानो भ्रातृत्व का एक सूत्र ये सभी पूर्ण को एक लड़ी में पिरोए हुए है।' इस कथन के संदर्भ में स्पष्ट है कि 'धर्म तोड़ता नहीं.
Explanation:
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'मानो भ्रातृत्व का एक सूत्र ये सभी पूर्ण को एक लड़ी में पिरोए हुए है।' इस कथन के संदर्भ में स्पष्ट है कि 'धर्म तोड़ता नहीं संस्करण है।' लेखक कहना चाहता है कि:
1) नमाज के दौरान सभी लोग एक पंक्ति में बैठ गए और एक अनुशासित छात्र की तरह कई पंक्तियों को बनाया।
2) सभी एक ही समय में नमाज पढ़ रहे हैं, सभी झुक रहे हैं और एक ही समय में उठते हैं, किसी ने एक धागे से बांध दिया है।
३) नमाज के दौरान किसी के मन में लालच, शत्रुता और क्रोध नहीं होता, सभी अपने पवित्र दिलों के साथ बैठे होते हैं।
4) इसलिए लेखक दिखाता है कि धर्म ने कभी लड़ाई या बंटना नहीं बताया। धर्म हर बार एक दूसरे को पकड़ना सिखाता है।"
Answer:
ईद में नमाज़ पूरी तरह से लागू होने के बाद पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। सीधी रेखाएँ समान प्रकार से सीधी होती हैं और पंक्तियाँ होती हैं। जब सभी नमाज़ पढ़ते हुए एक साथ झुकते और उठते हैं, तो लगता है कि मानो भ्रातृत्व का एक सूत्र समस्त आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए है। नमाज़ का एक ही समय और विधि को आपस में जोड़ना है। वे एक साथ संलग्न हैं। किसी के मन में कोई भी शत्रुता का भाव न हो। किसी भी व्यक्ति से दुश्मनी नहीं करने वाला, अक्षम्य व्यक्ति से विहीन और पासवर्ड से संबंधित है। उस समय भाई-भाई। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि धर्म टूटना नहीं है। वह किसी भी स्थिति में बेहतर स्थिति में संदेश भेज सकता है।