'मैं नीर भरी दुख की बदली' में अलंकार है-
(अ) उपमा
(ब) रूपक
(स) उत्प्रेक्षा
(द) मानवीकरण।
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Explanation:उपमा
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'मैं नीर भरी दुख की बदली' में अलंकार है-
इसका सही जवाब है:
(ब) रूपक
'मैं नीर भरी दुख की बदली' में रूपक अलंकार है|
रूपक अलंकार
जहां रूप और गुण की अत्यधिक समानता के कारण उपमेय में उपमान का आरोप कर अभेद स्थापित किया जाए वहां रूपक अलंकार होता है।
इस कविता का अर्थ है:
यह कविता महादेवी वर्मा जी लिखी है | इस कविता में महादेवी वर्मा जी ने भारतीय नारी की व्यथा को बादल के माध्यम से वर्णन किया है।
लड़की का जीवन एक माटी की गुडिया की तरह जिसे अपनी ज़िन्दगी में हर मोड़ पर टूटने और समझोते करने पड़ते है | लड़की को बहार नहीं जाने दिया जाता , उसे शिक्षा से वंचित किया जाता है | हर समय उसे ही झुकना पड़ता है|
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