Hindi, asked by kirarvishal566, 5 months ago

मानुष हौं तो वही रसखानि बसौं ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन।
जौ पसु हौं तो कहा बस मेरो चरौं नित नंद की धेनु मँझारन। संदर्भ प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए ​

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Answered by aliabhatt30
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Answer:

मानुष हौं तो वही रसखानि बसौं ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन। जौ पसु हौं तो कहा बस मेरो चरौं नित नंद की धेनु मँझारन॥ ... चाहे मनुष्य का शरीर हो या पशु का; हर हाल में ब्रज में ही निवास करने की उनकी इच्छा है। यदि मनुष्य हों तो गोकुल के ग्वालों के रूप में बसना चाहिए।

Answered by rekhasankit
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Explanation:

क्या आप अपने आसपास के चिकित्सालय में गए हैं अपने वहां कौन-कौन से उपकरण देखे हैं इसका आंसर क्या है

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