‘मानुष हों तो वही रसखान’, सवैया में व्यक्त कवि की भावना को स्पष्ट कीजिए।
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मानुष हों तो वही रसखान', सवैया में व्यक्त कवि की भावना को स्पष्ट कीजिए। उत्तर: इसमें कवि रसखान ने श्रीकृष्ण-विषयक भक्ति-भावना व्यक्त की है, साथ ही अपने आराध्य की लीलाभूमि के प्रति अतिशय प्रेम व्यक्त किया है। ... रसखान के काव्य का प्रमुख विषय कृष्ण-भक्ति, कृष्ण-सौन्दर्य और प्रेम-भावना है।
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