मानव -सभ्यता में कौन सा समास है?
O द्वंद
O द्विगु
O तत्पुरुष
O कर्मधारय
Answers
Explanation:
I think fourth us answer
Answer:
Option (b)
Explanation:
दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मिलने पर जो एक नया स्वतंत्र पद बनता है, उसे समस्तपद तथा इस प्रक्रिया को समास कहते हैं। समास होने पर बीच की विभक्तियों, शब्दों तथा ‘और’ आदि अव्ययों का लोप हो जाता है।
समास की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं –
1.समास में दो पदों का योग होता है।
समास में दो पदों का योग होता है।2. दो पद मिलकर एक पद का रूप धारण कर लेते हैं।
समास में दो पदों का योग होता है।2. दो पद मिलकर एक पद का रूप धारण कर लेते हैं।3. दो पदों के बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
समास में दो पदों का योग होता है।2. दो पद मिलकर एक पद का रूप धारण कर लेते हैं।3. दो पदों के बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।4. दो पदों में कभी पहला पद प्रधान और कभी दूसरा पद प्रधान होता है। कभी दोनों पद प्रधान होते हैं।
समास में दो पदों का योग होता है।2. दो पद मिलकर एक पद का रूप धारण कर लेते हैं।3. दो पदों के बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।4. दो पदों में कभी पहला पद प्रधान और कभी दूसरा पद प्रधान होता है। कभी दोनों पद प्रधान होते हैं।5. समास होने पर संधि भी हो सकती है, किन्तु ऐसा अनिवार्य नहीं है।
समास निम्नलिखित छः प्रकार के होते हैं –
द्वंद्व समास
द्विगु समास
कर्मधारय समास
तत्पुरुष समास
अव्ययीभाव समास
बहुव्रीहि समास
1:-जिस समास के दोनों पद प्रधान होते हैं, उसे द्वंद्व समास कहते हैं। इस समास के विग्रह में बीच में और, तथा; अथवा, या आदि योजक शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
2:- जिस समस्तपद में पहला पद संख्यावाचक विशेषण हो अथवा जो किसी समुदाय की सूचना देता हो, वह द्विगु समास कहलाता है
3:- जिस समस्तपद के खण्ड विशेष्य-विशेषण अथवा upman उपमेय होते हैं, उसे कर्मधारय समास कहते हैं।
4:- जिस समस्तपद में दूसरा पद प्रधान हो और प्रथम पद के कारक-चिह्न का लोप हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं।
5:- जिस समास में प्रथम (पूर्व) पद अव्यय हो और जो उत्तरपद के साथ जुड़कर पूरे पद को अव्यय बना दे, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
6:- जिस समास में कोई भी पद प्रधान नहीं होता है, वरन् दोनों ही पद किसी अन्य संज्ञा-शब्द के विशेषण होते हैं, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं।
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