मानव शत्रु के रूप मे उभर रहा है । सामाज मे फैले आतंकवाद से छुटकारा पाया जा सकता है , कितुं पलास्टिक से छुटकारा पाना अत्यंत कठिन है ।
या
आधुनिक समाज मे पलास्टिक
इस विषय पर निबंध लिखिए ।
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Answer:
मानव शत्रु के रूप में उभर रहा है ।क्योंकि वह वह आज सबो से गिरना करता है जलता है ।वह किसी की प्रगति देखना नहीं चाहता ।
मानव शत्रु के रूप में उभर रहा है । इसका एक ही अर्थ हो सकता है कि वह परिश्रमी नहीं है ।वह उसे इतना गिरना करता है। कि शत्रु होने पर आमादा है।
समाज में फैले आतंक से छुटकारा पाया जा सकता है। क्योंकि इसके लिए सरकार बहुत सख्त कदम उठा रही है। इसके लिए अनेक विभागों की स्थापना की गई है । जो आतंकी गतिविधियों पर अपनी नजर बनाए रखती है ।इसके लिए संयुक्त राष्ट्र संघ भी सचेत हो चुकी है । वह भी आतंक के खिलाफ एक बड़ा कदम उठा रही है , और अन्य विभागों की स्थापना कर रही है ।
पूरा विश्व आज आतंकवाद से परेशान है ।जिसके लिए पूरा विश्व एकजुट होकर आतंकवाद को समाप्त करने पर तुला है ।। भारत जैसा देश जो आतंकवाद से हमेशा ग्रसित होते रहा है । वह भी आज आतंकवाद के लिए बहुत सख्त कदम उठाता है। और उन्हें खत्म करने के लिए अपनी बौद्धिक और पूरी बल से आतंकवाद पर हमला करता है । पुलवामा में हमला आतंकवादियों ने ही किया था जो कि पाकिस्तान के द्वारा कराएगा था । भारत ने उसका मुंह तोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान में जितने भी आतंकी ठिकाने थे उन्हें ध्वस्त कर दिया गया।
पाकिस्तान मुंह लटका कर देखते ही रह गया और भारत उसके घर में घुसकर उसे मारपीट कर चला आया ।
प्लास्टिक से छुटकारा पाना अत्यंत कठिन है, क्योंकि प्लास्टिक हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुकी है । प्लास्टिक को त्यागना चाहिए प्लास्टिक से हमारा पर्यावरण को बहुत ही ज्यादा नुकसान है।
भूमि में मिल गई तो हमारा जल स्तर में कमी होगी क्योंकि वर्षा से होने वाले और पानी भूमि में नहीं समा पाएगी वह प्लास्टिक से ही रुक जाएगी , और अगर हम प्लास्टिक्स को जलाते भी हैं । तो हमारा वायुमंडल खराब होगा इसलिए हमें प्लास्टिक को नगर निगम कचरा समिति में देना चाहिए ।
अथवा हमें कूड़ा दान का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। जिससे हमारा पर्यावरण दूषित ना हो प्लास्टिक की जगह पर हमें थैलों का इस्तेमाल करना चाहिए ।
आजकल तो कागज के थैले आते हैं। जो कि प्लास्टिक के साइज की होती है ।जो हमारा बहुत मददगार होता है ।
आधुनिक समाज में प्लास्टिक बहुत ही ज्यादा उपयोग हो रहा है ।हमें इस पर नियंत्रण रखना चाहिए सरकार भी इस पर नियंत्रण रखने के लिए अनेक योजनाएं बना रही है ।जैसे सारे प्लास्टिक और कचरे को एक जगह संग्रहित कर उसे रीसायकल के लिए भेजा जाता है , और उसे गला कर उसे फ्यूल का रूप दे रही है। जिससे हमें फ्यूल की समस्या से ग्रसित होना होगा।
आप भी प्लास्टिक का प्रयोग ना करें और जागरूक बने और लोगों को प्लास्टिक के प्रति जागरूक करें।
आज मानव एक शत्रु के रुप मे उभरता जा रहा है। मानव अपने अलवा किसी की प्रगती नही देख सकता है।इसलिये आज समाज मे लोग एक दुसरे से इर्स्या करते है। सफलता उन्हे ही मिलती है जो मेहनत करते है परंतु आज के जमने मे कोई मेहनत ही न्ही करना चहता और इसी के कारन आज आतंकवाद फैल रहा है। आज मानवता की हत्या हो रही है। मानव ही मानव के दुसमन बने हुए है। इसलिये विश्व मे अनेक एसे संस्थाए है जो मानव के विकाश के लिये काम कर रही है। इस प्रकार हम बुरे लोगो से तो छूटकर पा सकते है परंतु प्लास्टिक एक एसी चिज है जिससे छूटकर पाना कठिन है । मनुष्य के जीवन मे प्लास्टिक घुल मिल गया है । प्लास्टिच्क के बिना मानव एक दिन भी नही जि सकता है । प्लास्टिक हमारे पर्यावरण को बहुत नुक्सान पहुचा रहा है । हमे इस दिशा मे काम करना चाहिये और हमे अपने पर्यावरन को स्वच्छ बनए रखना चाहिये।