मैं और और जग और कहाँ का नाता पंक्ति में और शब्द की विशेषता बताइए।??
Answers
hey!.
_______
उत्तर:-
_______
इस कविता में कवि ने ‘और’ शब्द का प्रयोग तीन अर्थों में किया है। इस शब्द की अपनी ही विशेषता है जिसे विशेषण के रूप में प्रयुक्त किया गया है।
मैं और में इसमें और शब्द का अर्थ है कि मेरा अस्तित्व बिल्कुल अलग है। में तो कोई अन्य ही अर्थात् विशेष व्यक्ति हूँ। और जग’ में और शब्द से आशय है कि यह जगत भी कुछ अलग ही है। यह जगत भी मेरे अस्तित्व की तरह कुछ और है।
तीसरे ‘और’ का अर्थ है के साथ। कवि कहता है कि जब मैं और मेरा अस्तित्व बिलकुल अलग है। यह जगत भी बिलकुल अलग है तो मेरा इस जगत के साथ संबंध कैसे बन सकता है।
अर्थात् मैं और
अर्थात् मैं औरयह संसार परस्पर नहीं मिल सकते क्योंकि दोनों का अलग ही महत्त्व है।
hope help.u
Heya ___
⭐ मैं और और जग और कहाँ का नाता पंक्ति में और शब्द की विशेषता बताइए।??
Answer ______
⚪ मैं और और जग और कहाँ का नाता पंक्ति में और शब्द की विशेषता :- iss pankti me aur sabd kavi ke dwara bhari duniya ke dikhave aur uske khud ke vicharo ki dunia me antar batata hai...
⚪ Ek duniya bhar ki hai Jo paise , dhikhave ki dunia me lage rahte hai aur ek kavi ke duniya hai jisme uske apne vichar aur niyam hai...
Thank you