मेरा आंचल में जातीय संरचना के बनते बिगड़ते समीकरण की व्याख्या करते हुए मेला आंचल उपन्यास का सार सपेक्ष में लिखिए ?
Answers
Answered by
20
मेरा आंचल में जातीय संरचना के बनते बिगड़ते समीकरण की व्याख्या करते हुए मेला आंचल उपन्यास का सार सपेक्ष में लिखिए ?
answer
नेपाल की सीमा से सटे उत्तर-पूर्वी बिहार के एक पिछड़े ग्रामीण अंचल को पृष्ठभूमि बनाकर रेणु ने इसमें वहाँ के जीवन का, जिससे वह स्वयं ही घनिष्ट रूप से जुड़े हुए थे, अत्यन्त जीवन्त और मुखर चित्रण किया है। सन् १९५४ में प्रकाशित इस उपन्यास की कथावस्तु बिहार राज्य के पूर्णिया जिले के मेरीगंज की ग्रामीण जिंदगी से संबद्ध है।
HEY BRO ANSWER IS CORRECT THEN ONLY GIVE ME THE LIKE AND BRAINLIST ANSWER OK
Please Mark Me Brain List Answer
Similar questions