मेरे हरि हारिल की लकरि किसकी पँक्ति है?
1.सूर
2.तुलसी
3.देव
4.दिनकर
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Answer:
"सूर"
Explanation:
मेरे हरि हारिल की लकरी
इस पंक्ति को "सूरदास" जी की कविता से लिया गया है l
सूरदास जी का यह पद एक भ्रमरगीत है l
मेरे हरि हारिल की लकरी यहां हारिल एक पक्षी है जो हमेशा अपने पंजे पर लकड़ी को जकड़े रहती है l
यहां पर हारिल जो है गोपियों के समान है और लकड़ी जो है वह श्री कृष्ण जी को बताया गया है l
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