मेरे जीवन का लक्ष्य IAS बनना पर अनुच्छेद 80 to 100 lines
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एक आईएएस ऑफिसर बनना मेरे बचपन का लक्ष्य है । इस लक्ष्य को मैं अपनी मेहनत और लगन से प्राप्त करके ही रहूंगा । दुनिया के हर व्यक्ति का कोई न कोई लक्ष्य अवश्य होता है और वह अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेहनत करता है , आगे बढ़ता है । मैंने भी अपने बचपन से ही एक लक्ष्य बनाके रखा है कि मैं आगे चलकर आईएएस ऑफिसर बनूंगा ।
परिचय
प्रत्येक बच्चे का एक उद्देश्य (लक्ष्य) होता है और वो उसे पाना चाहता है। इसी तरह से, मैं एक आई.ए.एस. अधिकारी बनना चाहता हूँ। सभी अपने सपने देखते है, और यह मेरे पिताजी ही थे, जिन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया और इसके लाभों और महत्व के बारे में बताया था। मुझे वास्तव में यह बहुत पसंद है क्योंकि मैं खुद अपने राष्ट्र के लिए कुछ करना चाहता हूँ। एक दिन मैं आई.ए.एस. बनूंगा क्योंकि इसके लिए मैं दृढ़ संकल्प के साथ कड़ी मेहनत कर रहा हूँ।
एक आई.ए.एस. अधिकारी के कर्तव्य
यह केवल एक नौकरी वाली प्रोफाइल नही है, बल्कि यह एक तरह की जिम्मेदारी है और वास्तव में इनके कर्तव्यों को निभाने के लिए आपको सक्षम होना चाहिए। उनके द्वारा चुने गए क्षेत्र के अनुसार अपनी जिम्मेदारी का वहन करना होता है। लेकिन उनका मख्य उद्देश्य (मकसद) समाजिक सुधार और विकास है। यह एक समाज के रुप में, लोगों के समुह में, स्कूल आदि के विकास के रुप में हो सकता है। एक आई.ए.एस. अधिकारी चुने हुए एक निश्चित क्षेत्र के विकास के लिए नए नियम भी बना सकते है।
मान लीजिए कि आपको लगता है कि आपके नजदीक कोई स्कूल होना चाहिए, तो आप सरकार को सुझाव दे सकते है और इससे आप लोगों की मदद कर सकते है। इसी तरह जिस क्षेत्र में आपकी नियुक्ति होती है यह उस क्षेत्र पर निर्भर करता है। यदि यह एक सार्वजनिक क्षेत्र है तो आपको सामाजिक कार्यों का अवसर मिलेगा, जबकि यदि आप किसी केन्द्रिय स्तर पर है तो आपको सरकार के साथ नए नियम और नई नीतियां बनाने में सरकार के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। विभिन्न मंत्रियों के अधीन आई.ए.एस. अधिकारियों का एक समुह होता है और यही अधिकारी उन्हें सलाह देते है, और ये हमारे राष्ट्र के निर्माण और विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
निष्कर्ष
यह केवल एक पोस्ट (पद) नही है बल्कि एक जिम्मेदारी और इस जिम्मेदारी के लिए मानसिक रुप से मजबूत और तैयार होना चाहिए। यहि कारण है कि आई.ए.एस. की परीक्षाएं बहुत कठिन होती है। क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है और किसी भी कीमत पर समस्या का सामाधान करना होता है