(२) मूर्खता का पर्याय किसे समझा जाने लगा है?
(क) छल को
(ख) झूठ को
(ग) ईमानदारी को
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सही उत्तर है, विकल्प...
(ग) ईमानदारी को
व्याख्या:✎ ...
‘क्या निराश हुआ जाए’ पाठ में लेखक ने यह बताने की कोशिश की है कि आज के युग में ईमानदारी से मेहनत करके अपने जीवन यापन करने वाले लोगों को मूर्ख माना जाता है, क्योंकि आज का दिन युग बेईमानी का युग है।
चारों तरफ झूठ और फरेब का जाल फैला है, ऐसे रोजगार फल फूल रहे हैं, जहाँ पर झूठ और फरेब चलता है। ऐसे में ईमानदारी को मूर्खता का पर्याय समझा जाने लगा है। सच्चाई और ईमानदारी केवल डरपोक और बेबस लोगों के हिस्से में ही गई है, क्योंकि सच्चाई और ईमानदारी से चलने वाले लोग आज के समय में पीछे रह जा रहे हैं। जीवन के महान मूल्य बदलते जा रहे हैं। आज के समय में यदि कोई ईमानदारी से कार्य करता है तो अन्य लोग उसे मूर्ख समझते हैं, क्योंकि आज चारों तरफ बेईमानी का बोलबाला है।
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