Hindi, asked by somaj704, 6 months ago

मेरे पास बहुत से पशु पक्षी है और उनका मुझसे लगाओ भी कम नहीं है परंतु उनमें से किसी की मेरे साथ कभी मेरी थाली में खाने की हिम्मत hue h asa ​

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Answered by Anonymous
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एक मासूम बच्ची दुनिया और दुनियादारी नहीं जानती थी, वह अपनों के प्यार की भूखी थी। उसे जब अपने माँ-बाप, दादा-दादी, नाना-नानी, दूसरे रिश्तेदारों और इंसानों से प्यार नहीं मिला तो वो पशु-पक्षिओं से प्यार कर बैठी। ये प्यार एक तरफ़ा नहीं था, लड़की को हमेशा प्यार के बदले प्यार मिला। उन्हीं की तरह जानवर और पक्षी भी उनसे बेइंतेहा प्यार करने लगे। एक कुत्ते ने तो उनकी जान बचाते हुए अपनी जान ही दे दी। पशु-पक्षियों के इस निस्वार्थ प्यार के बदले प्यार देने और अपना जीवन पशु-पक्षियों को समर्पित करने वाली गीता रानी की कहानी बहुत ही अनोखी है। यह कहानी एक इंसान को इंसानों से मिली नफ़रत और जानवरों से मिले प्यार की कहानी है। गीता ने पशु-पक्षियों के साथ एक अपना नया जहान बसाया, जिस पर आज दुनिया रश्क करती है।

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